उज्जैन । कोरोनो वायरस के बचाव व रोकथाम हेतु जिला प्रशासन बेहद गंभीर है एवं प्राथमिकता से इस पर कार्य किया जा रहा है। कलेक्टर शशांक मिश्र की अध्यक्षता में शनिवार 7 मार्च को एडवायजरी कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में कलेक्टर द्वारा निर्देश दिये गये कि किसी भी आकस्मिक परिस्थिति के लिये स्वास्थ्य विभाग की सारी व्यवस्था चाक-चौबंद होना चाहिए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाये।
कलेक्टर के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.अनुसुईया गवली सिन्हा ने तत्काल कार्यवाही करते हुए हामूखेड़ी देवास रोड़ पर विभागीय भवन में 20 बिस्तरीय क्वारेन्टाईन सेन्टर स्थापित करते हेतु कार्यवाही प्रारंभ कर दी है। निर्देश के परिपालन में यहां पर फायर बिग्रेड बुलवाकर सफाई करवाई गई, पूरे भवन का रंग-रोगन किया जा रहा है। यहां पर दो वार्ड स्थापित किये गये है। प्रत्येक वार्ड में 10-10 पलंग लगाये गये है। इस प्रकार से पुरूष एवं महिलाओं के लिये पृथक-पृथक बेड की व्यवस्था की गई है। समस्त प्रकार की आवश्यक औषधियों की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। क्वारेन्टाईन सेन्टर पर चौबीस घंटे चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ व अन्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई है। क्वारेन्टाईन सेन्टर के लिये आवश्यक फ्लेक्स, दिशा-निर्देश एवं एडवायजरी कमेटी के नाम, मोबाईल नम्बर आदि भी निर्धारित स्थानों पर चस्पा किये जा रहे है।
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कलेक्टर के निर्देशानुसार
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा प्रत्येक गतिविधि की निरन्तर मॉनीटरिंग एवं सुपरविजन किया जा रहा है। जिले में समस्त प्रायवेट नर्सिंग होम, इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन, केमिस्ट एण्ड ड्रगिस्ट एसोसिएशन, पुलिस विभाग एवं होमगार्ड विभाग को कोरोना वायरस के बारे मे जानकारी एवं बचाव संबंधी प्रशिक्षण दे दिया गया है एवं प्रत्येक नर्सिग होम को अपने यहां कोरोना वायरस के उपचार हेतु दो बिस्तरीय आईसोलेशन वार्ड स्थापित करने एवं सर्दी-जुकाम की जांच हेतु अलग कक्ष स्थापित करना एवं प्रतिदिन की रिपोर्ट मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को उपलब्ध कराने हेतु निर्देश प्रदान किये गये हैं।