मछुआरों को तालाब की पट्टा राशि व लिया हुआ कर्ज माफ किया जाए

 उज्जैन= माननीय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से मध्य प्रदेश के मछुआरों ने अनुरोध किया है कि वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से लॉक डाउन के दौरान मछुआरा समाज आर्थिक रूप से प्रभावित हुआ है मछुआरा समाज जल कृषि के माध्यम से अनेक तरह से कृषि का कार्य करते हैं जिसमें ककड़ी खरबूजा सब्जियां सिंघाड़ा की खेती करते हैं एवं तालाब में मछली पालन करते हैं तालाब सरकार से पट्टे पर लिए जाते हैं उस तालाब में ऋण लेकर मत्स्य बीज छोड़े जाते हैं  जिससे मछली पालन किया जाता है मछुआ समाज के कई छोटे बड़े व्यापारी जोकि मछली खरीद कर हाट बाजार में भेजते हैं एवं अपना व परिवार का पेट पालन करते हैं यह सभी व्यापार व मछली पालन लॉक डाउन के कारण प्रभावित हुआ है उज्जैन के मछली व्यापारी लक्ष्मीनारायण कोड शंकर  बाथम गणेश बाथम दीपक बाथम लीलाधर बाथम व समस्त मछुआ समाज माननीय मुख्यमंत्री जी से अनुरोध करता है कि इस वर्ष पट्टा राशि वक्त लिया हुआ कर्ज माफ किया जाए 15 जून से 15 अगस्त तक मत्स्य आखेट पर मछली विभाग द्वारा  प्रतिबंध लगाया जाता है जोकि इस वर्ष नहीं लगाया जाए बिना अंडे की मछली मारने  की अनुमति दी जाए एवं अन्य स्थान पर परिवहन करने की भी अनुमति दी जाए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मछली व्यापारियों को मछली बेचने की अनुमति दी जाए माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा मध्य प्रदेश के मजदूरों को बड़ी राहत दी है उसी तरह हम गरीब मछुआरों को भी ₹20000 की राहत का पैकेज दिया जाए